आर्यन खान का बयान: शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के बारे में एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल संजय सिंह ने खुलासा किया है कि ड्रग्स मामले में गिरफ्तार होने के बाद जब वह आर्यन से बात करने गए थे तो उन्होंने क्या कहा था.
ड्रग्स मामले पर आर्यन खान: ड्रग्स के मामले के बाद सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन इन दिनों अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुके हैं। 2 अक्टूबर 2021 को किंग खान के बेटे को NCB ने ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के बाद न तो शाहरुख खान ने और न ही उनके परिवार के किसी सदस्य ने ड्रग्स मामले में इस बारे में बात की है।
संजय सिंह ने दी जानकारी
अब एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल संजय सिंह ने ‘इंडिया टुडे’ को दिए इंटरव्यू में आर्यन खान के बयान पर खुलासा किया है। संजय सिंह ने बताया कि जब वह ड्रग्स के मामले में आर्यन खान से बात करने गए तो स्टार किड ने इस बारे में बात करने में झिझकते हुए पूछा कि क्या वह इसके लायक हैं?
आर्यन खान ने कही ये बात
आर्यन ने ड्रग्स के मामले में पहली बार संजय सिंह से कहा था, ‘सर आपने मुझे इंटरनेशनल ड्रग स्मगलर बना दिया है। मैं ड्रग्स में पैसा लगाता हूं। क्या ये आरोप बेबुनियाद नहीं हैं? उन्हें मेरे साथ कोई दवा नहीं मिली। इसके बावजूद उन्होंने मुझे गिरफ्तार कर लिया। महोदय, आपने मेरे साथ बहुत गलत किया है और मेरी प्रतिष्ठा को बर्बाद किया है। मुझे इतने हफ्ते जेल में क्यों बिताने पड़े? क्या मैं वाकई इसके लायक था?” संजय सिंह ने यह भी बताया कि रोते हुए शाहरुख खान ने उनसे कहा कि लोग उन्हें ‘राक्षस’ के रूप में चित्रित कर रहे हैं, लेकिन वह मजबूत हो रहे हैं।
एनसीबी ने आर्यन खान को दी क्लीन चिट
जानकारी के लिए बता दें कि एनसीबी ने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स मामले में क्लीन चिट दे दी है। एनसीबी ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि आर्यन के खिलाफ सबूत नहीं मिले। यानी एनसीबी को आर्यन खान के ड्रग्स लेने के सबूत नहीं मिले।
एनसीबी के डीडीजी ने साझा की जानकारी
क्रूज ड्रग बस्ट मामले में, एनसीबी के डीडीजी (ऑपरेशंस) संजय कुमार सिंह के एक बयान में कहा गया है कि आर्यन और मोहक को छोड़कर सभी आरोपी व्यक्तियों के पास नशीला पदार्थ पाया गया। एनसीबी के डीडीजी (संचालन) संजय कुमार सिंह ने बताया कि 14 लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है. बाकी छह लोगों के खिलाफ सबूतों के अभाव में शिकायत दर्ज नहीं की जा रही है.