बिहार दिवस 2022 - जानिए क्यों मनाया जाता है बिहार दिवस|

बिहार दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है| 22 मार्च 1912 में बंगाल से अलग होकर बिहार राज्य की स्थापना की गई थी|

ऐसे अस्तित्व में आया अपना बिहार
बिहार का आधुनिक इतिहास 1857 के प्रथम सिपाही विद्रोह में बिहार के बाबू कुंवर सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1912 में बंगाल का विभाजन के फलस्वरूप बिहार नाम का राज्य अस्तित्व में आया। 1935 में उड़ीसा इससे अलग कर दिया गया।स्वतंत्रता के बाद बिहार का एक और विभाजन हुआ और सन 2000 में झारखंड राज्य इससे अलग कर दिया गया। भारत छोड़ो आंदोलन में भी बिहार की गहन भूमिका रही।

विहार हो गया बिहार
बिहार नाम का प्रादुर्भाव संभवत: बौद्ध विहारों के विहार शब्द से हुआ है जिसे विहार के स्थान पर इसके विकृत रूप बिहार से संबोधित किया जाता है। यह क्षेत्र गंगा नदी तथा उसकी सहायक नदियों के उपजाऊ मैदानों में बसा है।

बिहार दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है| 22 मार्च 1912 में बंगाल से अलग होकर बिहार राज्य की स्थापना की गई थी|

लोकप्रिय व्यंजन है लिट्टी-चोखा
बिहार की पहचान उसके खास ज़ायकों से भी है।नालंदा जैसी ऐतिहासिक शिक्षण व्यवस्था के चलते दुनिया भर में पहचान बनाने वाले बिहार प्रदेश में ऐसे कई लज़ीज व्यंजन हैं, जो स्वाद के मुरीदों का दिल जीतने का दम रखते हैं। बिहारी स्वाद का मजा लेना है तो आप सिर्फ भारत में ही नहीं विदेशों में फेमस हुई लिट्टी-चोखा का मजा जरूर लें।

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